Source – Bhaskar
कृषि कानूनों के विरोध में 13 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज भारत बंद किया। 20 सियासी दलों और 10 ट्रेड यूनियंस ने इसे सपोर्ट किया। किसानों ने सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चक्काजाम किया, फिर अपनी बात के मुताबिक 3 बजे सड़कों से हट गए। उधर, आम आदमी पार्टी (AAP) ने आरोप लगाया कि भारत बंद में डरी भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजरबंद कर दिया।
इस बीच शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार ने 9 स्टेडियमों को जेल बनाने की इजाजत मांगी थी, लेकिन हमनें ऐसा होने नहीं दिया। हम किसानों के साथ हैं। हम किसी के भी दबाव में नहीं आने वाले हैं। इसके बाद से ही केंद्र हमसे काफी नाराज है। दिल्ली के 3 एंट्री पॉइंट्स से भास्कर के रिपोर्टर्स ने बंद के अपडेट दिए।
दिल्ली-UP हाईवे खाली हुआ
किसानों ने 3 बजे से पहले ही हाईवे खाली करना शुरू कर दिया था। दिल्ली-UP बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी सड़कों से हट गए। सुबह जो 2 लेन बंद की गई थीं, उन्हें भी खोल दिया गया।
‘भाजपा और अमरिंदर किसानों को देश विरोधी घोषित करना चाहते हैं’
दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने कहा है कि भाजपा किसानों और केजरीवाल से परेशान है। केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर गए तो भाजपा बेचैन हो गई। सिंघु बॉर्डर से लौटने के बाद से ही केजरीवाल को घर में नजरबंद कर रखा है। भाजपा को डर है कि केजरीवाल भारत बंद के समर्थन में उतर आएंगे और किसानों से बात करेंगे। भाजपा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से कुछ नहीं कहा, क्योंकि दोनों मिलकर किसानों को राष्ट्र विरोधी घोषित करना चाहते हैं।
वहीं, केजरीवाल ने किसानों और देश की जनता को का बधाई देते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि भारत बंद सफल रहा। मेरा भरी मन था कि मैं मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि आम आदमी की तरह बॉर्डर पर जाऊंगा। मुझे लगता है कि उन्हें मेरी प्लानिंग का पहले से ही पता चल गया और उन्होंने मुझे वहां जाने नहीं दिया गया।
AAP के दावे को पुलिस ने गलत बताया
केजरीवाल को नजरबंद करने के AAP के आरोप को पुलिस ने गलत बताया। पुलिस ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री होने के नाते केजरीवाल जहां चाहें जा सकते हैं। उनके घर के आस-पास तो फोर्स लगी, वह सुरक्षा व्यवस्था के लिए है। घर के अंदर कोई भी आ जा सकता है।
टिकरी बॉर्डर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी
हरियाणा और दिल्ली के बीच टिकरी बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच कई लेयर की बैरिकेडिंग है। पुलिस ने सड़क पर सीमेंट के भारी स्लैब डालकर रास्ता बंद किया हुआ है। किसान शांति से प्रदर्शन कर रहे हैं। बॉर्डर से कई किलोमीटर पहले से ही पुलिस वाले मुस्तैद खड़े नजर आते हैं। उनके हाथों में लाठियां और आंसू गैस के गोले दागने वाली बंदूकें हैं।
‘सरकार लिखित में दे, तभी मानेंगे’
गाजीपुर-गाजियाबाद (दिल्ली-UP) बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने कहा कि अगर सरकार कानून बना सकती है, तो वापस भी ले सकती है। सरकार को किसान संगठनों और एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर काम करना चाहिए। हम तभी पीछा छोड़ेंगे, जब हमें अपनी मांगों पर लिखित में भरोसा मिलेगा।
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