Source – Livehindustan
बीते 12 दिनों से किसान कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। उन्हें दिल्ली के भीतर घुसने नहीं दिया जा रहा है। इस बीच कई राजनीतिक दल किसानों के पक्ष में आ खड़े हुए हैं। किसानों के मुद्दे पर संसद के शीतकालीन सत्र की मांग को लेकर पंजाब के कांग्रेस सांसदों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि, “सत्र बुलाया जाना चाहिए, किसान विरोधी कानूनों पर पुनर्विचार कर और इन कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए। सरकार सत्र को टाल रही है।”
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघों द्वारा आठ दिसंबर को बुलाए गए ‘भारत बंद’ को कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति, आम आदमी पार्टी का समर्थन मिला है। तीनों पार्टियों ने कहा है कि ‘भारत बंद’ में उनकी भागीदारी रहेगी। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर 26 नवंबर से डटे हजारों किसानों के प्रतिनिधियों ने कहा है कि आठ दिसंबर को पूरी ताकत के साथ ‘भारत बंद’ किया जाएगा।
कांग्रेस ने ‘भारत बंद’ का समर्थन करते हुए घोषणा की कि इस दिन वह किसानों की मांगों के समर्थन में सभी जिला एवं राज्य मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ”मैं यहां घोषणा करना चाहता हूं कि कांग्रेस आठ दिसंबर को होने वाले भारत बंद को पूरा समर्थन देती है।” उन्होंने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ट्रैक्टर रैलियों, हस्ताक्षर अभियानों और किसान रैलियों के जरिए किसानों के पक्ष में पार्टी की आवाज बुलंद कर रहे हैं।
Photograph Credits : ANI